ज़िन्दगी की जद्दोजहद








आदमी हो  के  पाल  रखी  हैं, अजीब जद्दोज़हद ;

 डिग्री ,नौकरी, आरज़ू , गुरुर, इज्जत-शोहरत  | 

 जाने क्या-क्या  और कितनी फिजूल जरूरत | 

कब,कैसे, ना जानें,  जरूरतों का यूँ बदलना भी ; हो गया , इस मुंतशिर ज़िन्दगी की एक ज़रुरत  | 

हमें तो तलाश थी अक़ीदत-ए -मोहब्बत की ;

गोया बांटे जाते हैं बे-ऐतबारी -ओ  -अदावत  | 

यूँ  तो चाहिए था सुकून-ओ -फुर्सत -ए - इत्मीनान ;

के सब ख़रीद लातें हैं ज़माने से फ़िज़ूल  इज़्तिराब  |

मालिक़ दे सबको  तौफ़ीक़ -ए -मुंतख़ब -ओ -मुस्तक़ीम;

यूँ तो ज़िंदगी भी बहोत कुछ सीखाती है ब-सूरत-ए -तज़र्बात  | 


  • मुंतशिर--disorderly, divulged, diffused, scattered- बिखरी हुई
  • अक़ीदत-Faith, Affection, Alliance, Attachment-श्रद्धा, विश्वास, निष्ठा, भरोसा आस्था, एतिकाद, भरोसा, एतबार, निष्ठा।।
  • बे-ऐतबारी -ओ  -अदावत- unfaithfulness and hatred-अविश्वाश और नफरत 
  • इज़्तिराब- -restlessness-व्याकुलता, बेचैनी, बेताबी, आतुरता, जल्दी, जल्दबाज़ी, व्यग्रता,
  • तौफ़ीक़- ए -मुंतख़ब -ओ -मुस्तक़ीम-  blessed with the wisdom to select or choose right and simple way.
  • तौफ़ीक़-blessing-  वरदान 
  • मुंतख़ब-to select- चयन करना 
  • मुस्तक़ीम-right, straight, direct-सीधा, सरल, ऋजु, जो टेढ़ा न हो।
  • ब-सूरतin case of, by way of- के द्वारा 
  • ब-सूरत-ए -तज़र्बात- through the experiences - ज़िंदगी के अनुभवों से 



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