जीवन की भंगुरता
जीवन क्या है ? एक सुन्दर सपना ; और मानव जीवन ईश्वर की सुन्दरतम रचना ! किन्तु सपनो की सुन्दरता में मत खोना ; चाहे ये कितने प्यारे हो वो फिर भी भंगुर होते हों ! पल जो हम जी लेते हैं वो लौट कहाँ फिर पाते हैं भूली- बिसरी यादों में ही वो बस रह जाते हैं ...